"Advertisement"

आत्मनिर्भर भारत और हिंदी पर निबंध | Aatmnirbhar Bharat Aur Hindi Pr Nibandh

"Advertisement"

आत्मनिर्भर भारत और हिंदी पर निबंध | Aatmnirbhar Bharat Aur Hindi Pr Nibandh

हेलो फ्रेंड, इस पोस्ट “आत्मनिर्भर भारत और हिंदी पर निबंध | Aatmnirbhar Bharat Aur Hindi Pr Nibandh” में, हम आत्मनिर्भर भारत और हिंदी के बारे में निबंध के रूप में विस्तार से पढ़ेंगे। तो…

चलिए शुरू करते हैं…

आत्मनिर्भर भारत और हिंदी पर निबंध | Aatmnirbhar Bharat Aur Hindi Pr Nibandh

हमारा भारत देश विश्व की प्राचीन संस्कृतियों में से एक है और इस देश की संस्कृत, वेशभूषा, रंग-ढंग, बोलचाल देखकर हम कह सकते हैं कि भारत पहले से ही काफी आत्मनिर्भर है.

स्वयं के हुनर से स्वयं का विकास करना ही आत्मनिर्भरता का सही मतलब है.

हर व्यक्ति यही चाहता है कि वह आत्मनिर्भर बने फिर चाहे उसके रहन-सहन से हो या उसके तौर तरीके से हो.

एक व्यक्ति का सबसे बड़ा गुण होता है आत्मनिर्भरता अत: आत्मनिर्भर बनाने के सपने को साकार करने हेतु सभी नागरिकों का देश की नीति निर्माण में सहभागी होना आवश्यक है

और जनभागीदारी हेतु आवश्यक है कि सभी नागरिकों को आपस में जुड़ाव महसूस होना चाहिए और इस जुड़ाव का आधार हमारी मातृभाषा हिंदी के अलावा कुछ और हो ही नहीं सकता.

Must Read  10 Lines On My Vision For India In 2047 Postcard In English

हिंदी भाषा भारत की सबसे प्रमुख भाषाओं में से एक है.

एक भाषा के रूप में हिंदी ना सिर्फ भारत की पहचान है बल्कि हमारे जीवन मूल्यों, संस्कृत एवं संस्कारों की संवाहक, संप्रेषक और परिचय भी है.

भारत में सभी अंग्रेजी नहीं जानते इसलिए भारत में आपको किसी से भी बात करनी हो या फिर संवाद करना हो तो आपको सबसे पहले हिंदी का ज्ञान होनी चाहिए.

यह एक ऐसी भाषा है जिसकी मदद से हम अपनी भावनाओं को बहुत ही सरल तरीके से व्यक्त कर सकते हैं.

किसी भी देश के लिए उसके विकास में उसकी भाषा महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. भाषा देश की एकता, अखंडता तथा विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.

यदि राष्ट्र को आत्मनिर्भर बनाना है तो एक भाषा होनी चाहिए एवं हम सभी लोगों को अंदर उस भाषा के प्रति सम्मान, जागरूकता, प्यार होनी चाहिए.

Must Read  Clean India Green India Essay In English | Essay On Clean India Green India

इसके लिए लोगों में हमें हिंदी भाषा के प्रति जागरूकता फैलाने की जरूरत है बिना हिंदी के विकास के भारत का विकास होना असंभव सा है और बिना विकास किए कोई भी देश आत्मनिर्भर नहीं बन सकता है अतः भारत को आत्मनिर्भर बनाने में हिंदी की अहम भूमिका है.

Also Read:

Essay On Aatma Nirbhar Bharat In 1000+ Words

Essay On Independence Day (15 August) In 1000+ Words

अपनी भाषा को छोड़कर हम अन्य विदेशी भाषाओं का प्रयोग करके आत्मनिर्भर कतई नहीं बन सकते. यदि हम अन्य भाषाओं का प्रयोग करेंगे तो हमारा आत्मनिर्भर का सपना धरा ही रह जाएगा.

वह उपलब्धि ही क्या जिसका वर्णन करने के लिए किसी और भाषा का सहारा लेना पड़े.

संस्कृत में कहा गया है कि:-

मातृभाषा परिव्यज्य येडन्यभाषामुंपासते

तत्र यांति हि ते यत्र सूर्यो न भासते“…

अर्थात जो अपने मातृभाषा का प्रयोग करके किसी और की भाषा की उपासना करता है वह अंधकार के उस गर्त में जा पहुंचता है जहां सूर्य का प्रकाश भी नहीं पहुंचता है.

Must Read  Essay On Martin Luther King | Martin Luther King Essay {Step by Step}

जिस प्रकार भारत द्वारा हिंदी के विकास पर बल दिया जा रहा है उसी प्रकार देशवासी को हिंदी भाषा को वह मान सम्मान अवश्य देना चाहिए जिसका वह अधिकारी है.

हम सभी लोगों को अपने राष्ट्रभाषा हिंदी का सम्मान एवं हमें हिंदी बोलते वक्त गर्व महसूस करना चाहिए क्योंकि जब तक हम अपने वास्तविकता को नहीं स्वीकार करेंगे तब तक हम सही मायने में आत्मनिर्भर भारत को नहीं बना सकेंगे.

अतः हम सभी लोगों को हिंदी भाषा का सम्मान करते हुए अपने भारत को आत्मनिर्भर भारत बनाना है.

इस निबंध को “आत्मनिर्भर भारत और हिंदी पर निबंध | Aatmnirbhar Bharat Aur Hindi Pr Nibandh“,  पढ़ने के लिए आप सभी लोगों को दिल से धन्यवाद।

Also Read:

हिंदी दिवस पर निबंध | Hindi Diwas par Nibandh

सिक्किम पर निबंध हिंदी में | Essay On Sikkim In Hindi | Art & Culture | Tourism | Religion | Summary

Essay On Freedom Struggle Of India In Hindi In 500+ Words

"Advertisement"

Leave a Comment